बस्ती। बीमार सफाईकर्मी को अवकाश न देकर डियटी पर तैनात कर दिया गया।उसकी सेहत का भी ख्याल नहीं रखा गया। अफसरों की मनमानी और संवेदनहीनता की कीमत उसे जान देकर चुकानी पड़ी। इसे लेकर सफाईकर्मियों में रोष है। मामला परसरामपुर के ग्राम पंचायत करमी पट्टी का है।
उ.प्र. पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अजय कुमार आर्या ने कहा कि सफाईकर्मी मुश्ताक अहमद को सिरहवा गौशाला में पशुओं की देखभाल में लगा दिया गया। जबकि वह किडनी और लीवर की गंभीर बीमारी से पीड़ित था। उसके द्वारा अवकाश हेतु दिये गये प्रार्थना पत्र की गंभीरता न समझकर तानाशाही रवैया अपनाते हुये बीमार सफाईकर्मी को पशुओं की देखभाल के लिये तैनात कर दिया गया।
संघ के महामंत्री रूद्रनरायन उर्फ रूदल ने डीपीआरओ से मिलकर मुश्ताक के परिजनों को बीमा और अन्य विभागीय सुविधायें दिलाने का आग्रह किया है। डीपीआरओ से मिलने वालों में अरूण कुमार आदि मौजूद थे।
गंभीर रूप से बीमार सफाईकर्मी की लगा दी डियूटी,मौत