बस्ती। शहर के गांधीनगर क्षेत्र में कोरोना वायरस के चलते 25 वर्षीय एक युवक की मौत की खबर से लोगों में दहशत है। मंगलवार को पूरे दिन युवक की कोरोना से मौत को लेकर चल रही चर्चा दूसरे दिन बुधवार को भी तैरती रही। युवक के कोरोना से मौत होने की चर्चाओं को इस बात से भी बल मिला जब प्रशासन ने शहर के मुख्य मार्ग पर तुरकहिया मोहल्ले के मोड़ गंदा नाला से लेकर ओरीजोत मोहल्ले की ओर जाने वाले रास्ते सीतापुर आंख अस्पताल मोड़ तक के रास्ते को पूरी तरह सील कर दिया।इन क्षेत्रों के मोहल्ले सेनेटाइज किये जाने लगे। चर्चा यह भी है कि युवक की गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान मौत के बाद सकते में आये मेडिकल स्टाफ ने उसका स्लाइवा लेकर जो जांच के लिए भेजा था उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव आने के बाद प्रशासन ने सीमा सील करने की कार्रवाई की।
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इस क्षेत्र सहित आसपास के मोहल्लों को पूरी तरह लाकडाउन पर रखा गया है। कोरोना वायरस से के संक्रमण से बचाव के हर सम्भव उपाय किए जा रहे है। बताया जाता है कि तुर्कहिया मोहल्ला निवासी बाहर से आये एक युवक के कोरोना के चलते मौत की चर्चा के बीच एहतियात के तौर पर आसपास तक के क्षेत्रो को सेनेटाइज किया जा रहा है। पुलिस और प्रषासनिक अधिकारी भी इस पर सतर्क निगाह रखे हुए है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी पूरी तरह मुस्तैद है। उसके सम्पर्क में आये लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है ताकि उनकी जांच कराई जा सके।
बताया जाता है कि युवक के बाहर से आने के बाद उसकी तबियत खराब होने पर पहले उसे प्राइवेट डाक्टर को दिखाया गया। हालत में सुधार न होने पर परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। पहले उसका ट्रामा सेंटर में इलाज किया गया, उसके बाद यहां कोरोना वार्ड में उसका उपचार शुरू हुआ। लेकिन जब हालत में सुधार नही हुआ तो उसे मेडिकल कालेज गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया गया। मेडिकल कालेज में उपचार के दौरान 29 मार्च को उसकी मौत हो गई। उसमें कोरोना जैसे लक्षण पाये जाने के कारण मेडिकल कालेज प्रशासन के हाथ पांव फूल गये। आनन फानन में उसके लार का सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजा गया।चर्चा कि उसकी जांच रिर्पोट कोरोना पाजिटिव पाई गई।रिपोर्ट मिलने के बाद दहशत फैल गई। जब यह खबर बस्ती जिला अस्पताल पहुंची तो उसका इलाज करने वाले डाक्टर और दो स्टाफ नर्स भी पाजिटिव रिर्पोट मिलने की खबर के बाद सकते में आ गये। यह भी कहा जा रहा है कि डाक्टर और दोनो नर्स ने भी अपने आप को क्वारंटाइन कर लिया है। यह भी चर्चा है कि एक बार फिर से युवक का सेम्पल जांच के लिए भेजा गया है। यद्यपि कि प्रशासन द्वारा कोरोना से मौत की नहीं की गई ।बाद में गोरखपुर के डीएम विजयेंद्र पांडियन के बयान का वीडियो वायरल होने के बाद डीएम आशुतोष निरंंजन ने उसके कोरोना पॉजीटिव होने की पुुष्टि की।