सरकारी देशी शराब की दुकानों पर की जाती थी नकली शराब की सप्लाई

बस्ती। कोतवाली क्षेत्र के बड़ेवन फ्लाईओवर के पास सर्विस रोड पर चल रहे अवैध शराब के कारोबार का पुलिस ने खुलासा किया है। मौके से भारी मात्रा में देशी शराब, बारकोड, खाली शीशी, रेक्टिफाइड स्प्रीट व अन्य सामान बरामद हुआ। पूछतांछ के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि यह नकली शराब सरकारी देशी शराबों पर भी सप्लाई की जाती थी। नकली शराब की फैक्ट्री पकड़े जाने की सूचना के बाद एएसपी रविंद्र सिंह, सीओ सिटी गिरीश कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और जानकारी ली।


पीआरओ सेल के अनुसार मुखबिर की सूचना पर कोतवाली और स्वाट टीम ने बड़ेबन के पास एक मकान पर छापामारी की। इस दौरान मौके पर दो लोगों को पकड़ा गया। जिनकी पहचान कप्तानगंज थाना क्षेत्र के लहिलवारा गांव निवासी रविन्द्र प्रताप उर्फ राजू, तेलियाडीह निवासी मोहित अग्रहरि के रूप में हुई। मौके पर 690 शीशी नकली बंटी बबली देशी शराब, 75 सौ शराब के ढक्कन, 16 हजार नकली बार कोड स्टीकर, 130 लीटर रेक्टिफाइड स्प्रीट, 30 शीशी आरेंज, रोज फ्लेवर के सेंट, एक फाइल ग्रेट लाइफ तेल, 5 सौ बंटी बबली की खाली शीशी, शराब बनाने के उपकरण, एक स्कार्पियो, एक आल्टो, एक अपाची, एक बुलेट बरामद हुआ। बरामद वाहनो का इस्तेमाल नकली शराब की सप्लाई के लिए किया जाता था। पुलिस के अनसार पूछताछ के दौरान रविन्द्र प्रताप ने स्प्रीट, ढक्कन, बारकोड स्टीकर मोहित अग्रहरि द्वारा लाकर देना और खाली शीशी कबाड़ी से खरीदना स्वीकार किया। इतना ही नहीं यह नकली शराब सरकारी शराब की दुकानों पर सप्लाई किए जाने और उसकी वहां से बिक्री किए जाने की भी जानकारी दी। जिन दुकानों पर नकली शराब की सप्लाई और बिक्री किए जाने की बात सामने आई है उनके सेल्स मैनों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। अभी पिछले दिनो स्वाट टीम ने कप्तानगंज थाना क्षेत्र में स्प्रिट से शराब तैयार करने वाले एक गिरोह के सात सदस्यों को तेलियाडीह गांव के पास से पकड़ा था। उनसे पूछताछ के बाद पुलिस रैकेट में शामिल लोगों तक पहुंचने में लगी थी। शहर से सटे एक किराए के मकान में नकली शराब के बड़े कारोबार का खुलासा होने को लेकर पुलिस भले ही अपनी पीठ थपथपा रही है। लेकिन इस कारोबार के खुलासे के साथ आबकारी और पुलिस दोनो की भूमिका पर लोग सवाल खड़ा कर रहे है।