फसल अवशेष प्रबंधन के लिए होगा कृषि यंत्रों का वितरण

बस्ती। फसल अवशेष प्रबंधन के लिए जिले की सहकारी गन्ना एवं चीनी मिल समितियों में फर्म मशीनरी बैंक स्थापित किया जाएगा। छह समितियों को अनुदान पर यंत्र दिए जाएंगे। सरकार एनजीटी की सख्ती के बाद फसल अवशेष प्रबन्धन को लेकर गंभीर हुई है। अब सहकारी एवं चीनी मिल समितियों को फसल अवशेष प्रबंधन के लिए यंत्र वितरण किया जाएगा। इसके लिए अलग से छह लक्ष्य का आवंटन जिले को प्राप्त हुआ है। यंत्रों का वितरण पूर्व में पराली जलाने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। यानी जिन समिति क्षेत्रों में पराली जलाने की घटनाएं अधिक पाई गई हैं उन्हें यंत्र वितरण में प्राथमिकता दी जाएगी। फर्म मशीनरी बैंक की स्थापना के लिए शासन ने पांच लाख लागत धनराशि को स्वीकृति दिया है। इसमें कृषि विभाग 80 प्रतिशत यानी चार लाख रुपए अनुुदान देगा। डीडीए डॉ. संजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि शासनादेश के अनुसार यंत्र वितरण के लिए अग्रिम कार्रवाई शुरु कर दी गई है। पूर्व के वर्षो में पराली जलाने की घटना की सूची तैयार की जा रही है। वहीं एनजीटी के आदेशों का पालन कराने के लिए प्रशासन भी हरकत में आ गया है। डीएम आशुतोष निरंजन ने पराली जलाने की घटनाओं की निगरानी के लिए इस बार जिला उद्यान एवं गन्ना अधिकारी को भी टीम में शामिल किया है। टीम में एडीएम अध्यक्ष, एएसपी सदस्य, डीडी एग्रीकल्चर सचिव, डीएओ, डीआईओएस, डीपीआरओ व अन्य को शामिल किया गया है।